INSIDESTORIES.CO.IN BANNER

ads header

Hit and Run: Father tracks down truck driver who killed his son in a Baraat (Episode 320, 321 on 13th, 14th Dec 2013)


Hit and Run
हिट एंड रन
Hit -and-run . It is the story of a father who lost his 17- year-old son in a road accident . Road accident could not have been imagined that to do . There was a Barat through the roads of the Bijnor. Akshay was one of them was inexhaustible Baraati who was enjoying the dance .The baraat was taking place on the main road. All the people were happy to dance and suddenly a high-speed truck comes from. The truck is loaded with concrete. Dancing Akshay unknowingly comes in front of that truck and truck hit him faster. Akshay's friend tries to stop the truck, but the truck crushes him also and runs away. Both of them are killed on the road immediately. rest of the people trying to note down truck's number. Akshay's father and other reaches police station to file an FIR but police inspector files this case as a hit and run case while Akshay's father tries to explain them that it is a unintentional murder commited by that truck driver. That driver could have stopped himself but he killed akshay's friend also!
This is a story not only of a hit and run turned murder case, the story reveals another type of corruption where every person from lower to higher level is involved. This story exposes corruption in loaded cargo trucks how illegally they are running on the roads of India beyond their load permits. And these types of truck commits a crime, police also does not support.

This story reveals how a father did all investigation of his son's murder. Why? Because police did give him any kind of favour. He even arranged vehicle to police, but they but nothing happened. Finally he knocked door of higher authority. We appreciate Mr. Rakesh Singh who unfolded every enigma behind the case without any help and finally he helped police to catch that murderer driver.

His son has passed away. And that driver is also died during his illness in trial of case. We can say that the case is closed, but still after 4 years of Akshay's death he is still fighting against roots of that corruption where trucks are loaded beyond their allowed permits and during high speed, driver becomes unable to control the speed.

हिट एंड रन. ये कहानी है एक ऐसे बाप की जिसने अपना १७ साल का पुत्र खोया एक रोड एक्सीडेंट में. रोड एक्सीडेंट भी ऐसा की जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था. एक बारात तो बिजनौर की सडको पर जा रही थी. अक्षय उन बारातियों में से एक था जो की डांस करते हुए बारात का मज़ा ले रहे थे. बारात मेन रोड पे चल रही थी. सभी लोग डांस करने में मगन थे तभी एक तेज़ रफ़्तार ट्रक पीछे से आता है. ट्रक कंक्रीट से लोडेड होता है. ट्रक से सामने डांस करते हुए अक्षय आ जाता है और ट्रक तेज रफ्तार टक्कर मारता हुआ आगे बढ़ जाता है. अक्षय का दोस्त उस ट्रक वाले को रोकने की कोशिश करता है मगर वो तेज रफ़्तार ट्रक रुकने और कुछ सुनने की बजे उससे में कुचलता हुआ चला जाता है. उन दोनों की सड़क पर ही तत्काल मृत्यु हो जाती है. बाकी लोग कुछ हद्द तक ट्रक का नंबर नोट करने में सफल हो जाते हैं. अक्षय के पिता और अन्य लोग पुलिस स्टेशन जाकर रिपोर्ट दर्ज करते हैं. पुलिस इन्स्पेक्टर इस केस को साधारण हिट एंड रन के केस के तौर पे दर्ज करते हैं जबकि राकेश सिंह, अक्षय के पापा पुलिस को ये समझाते हैं की की ये हिट एंड रन केस नहीं एक गैर इरादतन मर्डर है. वो ड्राईवर चाहता तो ये घटना रोक सकता था जबकि उसने घटना रोकने के बजाये अक्षय के दोस्त को भी मार डाला.

ये कहानी सिर्फ एक एक्सीडेंट या मर्डर की नहीं है, ये कहानी उजागर करती है एक और तरह के करप्शन को जिसमे भी छोटे दर्जे से लेकर ऊँचे दर्जे तक का आदमी लिप्त होता है. ये कहानी उजागर करती है लोडेड ट्रक में हो रही धांधली को की किस तरह से भारत देश की सड़कों पर हैवी लोडेड ट्रक बेख़ौफ़ दौड़ते हैं और इनमे लोड कानून के मुताबिक नहीं होता. और जब इस तरह के ट्रक कोई एक्सीडेंट करते हैं तब पुलिस भी कोई समर्थन नहीं करती. ये कहानी उजागर करती है की किस तरह से एक बाप ने केस की पूरी तफ्तीश खुद की, इसलिए क्योंकि पुलिस ने उसको कोई साथ नहीं दिया. उसने पुलिस को गाडी तक अरेंज करके दी मगर कुछ नहीं हुआ. मजबूरन उसे हायर अथोरिटी तक जाना पड़ा.

हम सराहना करते हैं मि. राकेश सिंह की हिम्मत की की किस तरह से वो पूरे केस की तह तक बिना किसी की मदद के गये और आखिरकर उन्होंने ही ट्रक ड्राइवर को पकड़वाया.

उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है, और केस लड़ते लड़ते उस ड्राईवर की भी मृत्यु हो चुकी है. एक तरह से कहें तो उनके बेटे की दुर्घटना में हुई मौत का केस पूरी तरह से बंद हो चुका है, मगर आज ४ साल बाद भी उनकी लड़ाई ज़ारी है भ्रष्टाचार की उन जड़ों से जिनकी वजह से ट्रकों को उनकी मालवाहक क्षमता और अनुमति से ज्यादा लोड किया जाता और इसकी वजह से इस तरह के एक्सीडेंट होने पर ड्राइवर ट्रक की गति पर कंट्रोल नहीं कर पाता.

YouTube:
Part 1: http://youtu.be/ee0CKx4uvRQ
Part 2: http://youtu.be/xaB0tfIn1iU

SonyLiv:
Part 1: http://www.sonyliv.com/watch/thriller-ep-321-december-13-2013
Part 2: http://www.sonyliv.com/watch/thriller-ep-322-december-14-2013

Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2013/12/crime-patrol-boy-run-over-father-tracks.html

« Previous Post
title loading...
Next Post »
...title loading

Post a Comment

0 Comments