Five-year-old Gudiya, a minor girl, was abducted by her neighbor and held captive for almost 40 hours. The perpetrators subjected her to multiple attacks during this time. On April 17th, 2013, she was rescued after some people heard her crying in a nearby location. When she was found, she was in critical condition, with a 200 ml bottle and candles found in her body.
Throughout the incident, the police did not file an FIR, even after Gudiya's uncle reported that she was being kept inside a house and crying. When they contacted the police, the response was that they should rescue her themselves if they could hear her voice. Gudiya's father then contacted the Aam Aadmi Party (AAP) for help. Through their persistent efforts, the police finally agreed to file an FIR within two hours of receiving the call. The duo responsible for the crime, Pradeep and Manoj, were later arrested in their native state of Bihar. Gudiya's father and uncle reported to the media that they were offered a bribe of 2000 rupees by the Delhi Police to keep the case quiet.
According to the police, Gudiya was kidnapped on the evening of April 5th, 2013. She was tied up with rope and subjected to physical attacks. The police also found dozens of video clips on the perpetrators' mobile phones, showing how they attacked Gudiya.
Monoj was captured first, and he confessed to committing the crime with his friend Pradeep. After the media reported on the case, Pradeep became more cautious and changed his SIM cards frequently. However, the police eventually caught him in Lakhisarai of Darbhanga.
On the night of April 18th, 2013, people staged a protest in front of the Delhi Police headquarters, demanding the resignation of Delhi Police Commissioner Neeraj Kumar.
During the previous government's tenure of the Indian National Congress in Delhi, they failed to address the increasing crime rate against females. Delhi's former chief minister, Sheila Dixit, accused the Delhi Police of these crimes since they did not come under the Delhi Government's control.
The Aam Aadmi Party's intervention in this case was commendable. Before becoming the Chief Minister of Delhi, Arvind Kejriwal had always maintained that he could bring the Delhi Police on track while not in power. After gaining power, he knew how to control them. Due to his unique way of working, Arvind has been in the spotlight since he became Chief Minister, and the people of Delhi have high expectations of him.
१५ अप्रैल, २०१३, पूर्वी गाँधी नगर, नई दिल्ली
गुडिया, एक 5 साल की बच्ची जिसको उसके पडोसी ने अपहरण किया था. उसने उसको अपने फ्लैट में बंधक बना कर कई बार दुष्कर्म किया. 17 तारीख को जब कुछ लोगों ने बच्ची के रोने की आवाज़ सुनी तो उसे आज़ाद कराया गया. बच्ची जब मिली तब उसकी हालत बहुत ही नाज़ुक थी. उसके अंग में 200 मिली की बोतल और मोमबत्तियों के टुकड़े मिले थे.
चौकाने वाली बात ये थे की बच्ची की आवाज़ सुने जाने के बाद भी पुलिस ने किसी भी तरह की कोई सहायता नहीं करी. ये कह कर टाल दिया की जब बच्ची की आवाज़ सुनाई दे रही है तो दरवाज़ा तोड़ कर उसे खुद निकाल लो. गुडिया के पिता जब केस दर्ज करने थाने गए तो पुलिस ने मामले को रफा दफा करने की कोशिश करी और गुडिया के पिता को 2000 रुपये की पेशकश की.
पुलिस द्वारा सहायता न मिलने पर गुडिया के पिता ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय फ़ोन किया. उसके बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के सजग प्रयास की वजह से पुलिस ने ऍफ़ आई आर लिखी और दबाव बढ़ने पर दो दुष्कर्मियों, मनोज व प्रदीप को बिहार से धर दबोचा.
पुलिस सूत्रों ने बताया की मनोज व प्रदीप ने गुडिया का अपहरण 15 की शाम को किया था. उन्होंने बच्ची को चारपाई पर रस्सी से बांध दिया. उनदोनों के मोबाइल में दर्जनों अश्लील क्लिप्स मिली और उन दोनो ने उन्ही क्लिप्स के अनुसार ही नशे की हालत में बच्ची से दुष्कर्म किया.
मनोज ने पूछताछ के दौरान बताया की इस घटना में उसका दोस्त प्रदीप भी उसके साथ था और बाद में उसने सारा दोष प्रदीप पर ही डाल दिया. पुलिस ने मनोज को पहले गिरफ्तार किया था और मनोज की गिरफ़्तारी की खबर मीडिया में फैलने के बाद प्रदीप अलर्ट हो गया था और बहुत चालाकी से अपनी लोकेशन एंड सिम कार्ड बदल रहा था. पुलिस ने उसकी तलाश मुजफ्फरपुर, दरभंगा समेत कई जगहों पर की और आख़िरकार वो दरभंगा के लखीसराय से गिरफ्तार हुआ.
प्रदर्शनकारी 18 की पूरी रात पुलिस मुख्यालय के बहार जमा रहे और पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने इस्तीफे की मांग की. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने एम्स, राजपथ, रेस कोर्स, और जनपथ पर भी प्रदर्शन किया.
गौरतलब है की दिल्ली की पिछली सरकार दिल्ली में बढ़ रहे महिलाओं के प्रति बढ़ रहे दुष्कर्मो के आगे बुरी तरह से नाकाम रही थी. दिल्ली ली पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित हर बार इन दुष्कर्मो के ठीकरा दिल्ली पुलिस पे थोपती आई थी क्योंकि दिल्ली पुलिस दिल्ली सरकार के अंतर्गत नहीं आती और दिल्ली पुलिस पर दिल्ली सरकार का कोई जोर नहीं चल सकता है.
गुडिया का केस में आम आदमी पार्टी का अनुदान सराहनीय रहा. दिल्ली केतत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले से ही कहते आ रहे थे की अगर वो और उनकी पार्टी सरकार हाथ में न होने पर अगर दिल्ली पुलिस को ठिकाने पर ला सकती है तो सत्ता हाथ में आने के बाद तो उनको ठीक कर ही देगी. अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद से लगातार अपने अलग ढंग से काम करने के तरीकों को लेकर चर्चा में रहे. दिल्ली की आम जनता को उनसे बहुत उम्मीदे हैं.
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Part 1: www.sonyliv.com/watch/thriller-ep-329-january-10-2014
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