The Motive: Keshav takes revenge from Manohar Lumi after 22 years (Episode 251 and 252 on 28st, 29nd March 2014)


The Motive
मकसद
Story start from a burglary. Keshav Sonda, a 29-30 year old man who snatches a bag full of money from a man outside the bank and runs away. Security guards chases him and put them behind bars.

Crime Patrol | Quest for happiness: Who killed carpenter Satnam and why? (Episode 249 and 250 on 21, 22 March 2014)

Quest for happiness
ख़ुशी की तलाश

Kuljeet's (played by Rishina Kandhari) husband Satnam (played by Vivek Rawat) who is also a father of 2 kids and a daily wage earner without owing a shop. His whole family depends on his daily wages. His wife Kuljeet is a ambitious lady who is frustrated of his husband's small earnings.

Kultijeet wants a scooty but it is not possible for Satnam. Finally, Satnam gets a contract of 2.5 lakh in which he involves 3 more persons. His family is happy now and he buys scooty for Kuljeet, new cloths for kids.

All goes well but after a few days, the same condition comes back. Bad economic conditions and daily quarrels between Kuljeet and Satnam are again started. These critical situations make Satnam an alcoholic. Kuljeet is also spending her life as before. Most of the time when Satnam comes back to his home in the evening, he finds the doors are locked. Kuljeet does not clarify what does she do and how does she manage fuel for her scooty.

A day Satnam is waiting at the same place for work where some other labors also look for some daily work, a lady named Rashmi (played by Melanie Nazareth) comes and asks him for some woodwork at her home. Satnam starts working at her home and in some time they both start feeling comfortable with each other. Satnam feels that his search for happiness is over, but suddenly day police find Satnam's body is a canal. His throat is slit and his body is all in a pool of blood.


Kuljeet Played by Rishina Kandhari

सतनाम सिंह, पेशे से एक कारपेंटर है और उसकी जीविका रोज़ की मजदूरी पर ही निर्भर है. चूंकि उसकी कोई अपनी दुकान नहीं है, वो रोज़ होने वाली आमदनी पर ही आश्रित है. दूसरी तरफ उसकी पत्नी कुलजीत एक बहुत ही महत्वाकांक्षी औरत है जो की अपने पति की कम कमाई से दुखी है. शादी से पहले उसने बहुत बड़े बड़े सपने देखे थे मगर उसकी शादी एक ऐसे आदमी से होगई है जिसके लिए कभी कभी एक दिन की राज़ी रोटी कमाना भी बहुत मुश्किल हो जाता है.

कुलजीत बहुत दिन से चाह रही है की सतनाम उसके लिए एक स्कूटी खरीद दे मगर सतनाम के लिए ये संभव नहीं है. एक दिन उससे ढाई लाख का एक घर ने काम का कॉन्ट्रैक्ट मिलता है जिसमे तो अपने साथ तीन लोगों को और लगता है. उसकी पत्नी बहुत खुश होती है और जिद कर के स्कूटी खरीद लेती है. सतनाम अपने बच्चों के लिए भी नए कपड़े खरीदवाता है.

Rashmi Played by Melanie Nazreth

कुछ दिन तक सबकुछ ठीक चलता है मगर फिर वही समय वापस लौट आता है. पैसे की तंगी और रोज़ की खट-खट शुरू हो जाती है. सतनाम पीना शुरू कर देता है और दूसरी तरफ कुलजीत अपनी दुनिया में मस्त रहती है. अक्सर सतनाम जब घर लौटकर आता है तो उसे घर में ताला लगा मिलता है.

वो रोज़ की तरह नौकरी की तलाश में चौराहे पे बाकी कारपेंटर के साथ खड़ा होता है. एक दिन रश्मि नाम की एक औरत उसके पास आती है और कहती है की उसे अपने घर में कुछ काम करवाना है. सतनाम उसके घर जाकर काम शुरू कर देता है. धीरे धीरे सतनाम की जिंदगी में बदलाव आने शुरू हो जाते हैं और वो खुश रहने लगता है. उसकी ख़ुशी की तलाश आखिरकार ख़तम हो जाती है मगर फिर अचानक एक दिन पुलिस को सतनाम की लाश एक नाले में पड़ी मिलती है. उसका शरीर खून से लथपथ है और उसका गला कटा गया है.


YouTube:
Part 1: www.youtube.com/watch?v=62nbZSjOJKQ
Part 2: www.youtube.com/watch?v=l-SF6BtRC94

SonyLiv:
Part 1: www.sonyliv.com/watch/thriller-ep-349-march-21-2014
Part 2: www.sonyliv.com/watch/thriller-ep-350-march-22-2014

Thanks to Sharma Upma for helping me in getting Inside Story of the case :)
Below is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2014/04/crime-patrol-woman-held-for-husbands.html
>Other Tags: manpreet kaur, jeewan singh, ranjeet singh, ludhiyana, nanaksar, praveen rani, sonu, sukkha, 50 thousand, sindhwa canal

Crime Patrol | Benchmark: Mumbai acid attack victim Preeti Rathi dies after 1 month battle for life (Episode 347, 348 on 14, 15 March 2014)

हर माँ बाप का ये सपना होता है कि उनका बच्चा सफलता कि उचाइयां छुए और माँ-बाप कि खुशियोें दोगुनी तब हो जाती हैं जब उनकी बेटियां अपने जीवन में सफल होती हैं। 23 साल कि प्रीती राठी भी एक ऐसी होनहार स्टूडेंट थी जो कि अपने बलबूते पर नेवी में नर्सिंग कि नौकरी ज्वाइन करने जा रही थी। उसके लिए ये 4 साल कि तपस्या का फल था। पानीपत में पैदा हुई प्रीती पिता अमर सिंह राठी के खानदान कि पहली संतान थी जिसने सफलता कि इन बुलंदियों को छुआ था। दिल्ली से मुम्बई आने के बाद 2 मई 2013 कि सुबह मुम्बई में उसकी पहली सुबह थी जिसके बाद उसे लेफ्टिनेंट नर्स कि पोस्ट पर कोलवा के INHS अश्विनी हॉस्पिटल में ज्वाइन करना था।

ट्रैन से उतरने के 10 मिनट के अंदर ही एक नक़ाबपोश हमलावर ने उस पर एसिड के हमला किया जिससे उसका गला और फेफड़ा बुरी तरह से झुलस गया। प्रीती को तुरंत बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जिसके 1 महीने के बाद 2 जून को आखिरकार प्रीती ज़िंदगी कि जंग हार गई।

प्रीती के एसिड अटैक के बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया मगर उनमे से कोई भी गुनहगार साबित नहीं हो पाया। पुलिस तफ्तीश कई महीनो तक चली और इस बीच सरकार ने प्रीती के घरवालों के लिए मुआवज़ा भी घोषित किया। पुलिस तफ्तीश के दौरान ये शक भी सामने आया कि हमले का निशाना कोई और रहा होगा और शिकार प्रीती होगई।

अगस्त 2013 में प्रीती के पिता अमर सिंह ने कोर्ट में ये याचिका दायर करी कि शहर पुलिस द्वारा केस में कोई आरोपी अभी तक नहीं पकड़ा गया है सो सरकार ये केस सीबीआई को सौपे।

प्रीती के एसिड अटैक के करीब 9 महीने बाद सीबीआई ने आख़िरकार मुख्य आरोपी को ढूंढ निकला।

Acid attack victim Late Preeti Rathi

False Pride: Minor Smriti married to 37 year elder and then killed by father for pride (Episode 344 on 1st March 2014)


झूठी शान
False Pride
हरियाणा देश के उन राज्यों में से है जहाँ के कुछ गाँव में आज भी लड़कियों को दबा-कुचल के रखा जाता है. यहाँ आज भी एक लड़की की शादी किससे हो रही है और कब हो रही है, इसमें लड़की की मंज़ूरी लेना उचित नहीं समझा जाता. परिवारों को आपस में तय करना होता है और उसके बाद पंचायत की राय ले ली जाती है. अगर पंचायत प्रस्ताव पर रजामंद होती है तो शादी को अंजाम दिया जाता है.
ये कहाँ है इन्हीं कुप्रथाओं में से गुजरी एक लड़की स्मृति (एहसास चन्ना) की. 17 साल की स्मृति अपने माँ-बाप की इकलौती बेटी है. स्मृति के चाचा शादी लायक है सो उसके चाचा की शादी देसिका नाम की एक लड़की से तय होती है जो की 55 साल के हुकुम नाम के एक किसान की बहन है. देविका की मुह दिखाई के दौरान हुकुम-देविका के पिता की नज़र स्मृति पर पड़ती है. वो स्मृति के पिता के सामने ये प्रस्ताव रखते हैं की उनके घर के लड़की देविका इस घर में आ जाये और इस घर की स्मृति उनके घर में आ जाए. मतलब की स्मृति की शादी उससे ३७ साल बड़े हुकुम से करवा दी जाए जिससे की उनके परिवार को एक वारिस मिल सके.

लड़कियों के इस लेनदेन की प्रथा को इन गाँव में अटा-सटा की प्रथा कहते हैं. स्मृति को शादी के दिन तक ये नहीं बताया जाता है की उसकी शादी किससे हो रही है. और शादी वाले दिन जब वो पहली बार अपने होने वाले पति को देखती है तो भोचक्की रह जाती है.

इसके आगे जो भी कुछ होता है वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.

Crime Patrol | Deceived: Innocent teenage Harshita gets trapped through social networking website Facebook (Episode 343 on 28 Feb 2014)


धोखा
Deceived
17 साल की हर्षिता आमरे महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली है. वो पढाई में बहुत अच्छी है और MBA करना चाहती है. उसके माता पिता को उससे बहुत उम्मीदें हैं. उसके पिता उसके लिए एक कंप्यूटर खरीद के लाते हैं और इन्टरनेट कनेक्शन भी लगवाते हैं. माता-पिता इस बात से अनजान हैं की उनकी बेटी इन्टरनेट में क्या-क्या करती है. इसी बीच हर्षिता फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल बनती है जिसके माध्यम से उसकी फ़िरोज़ शेख़ नाम के पुणे के एक लड़के से जान-पहचान होती है. उनदोनो की रोज़ की चैटिंग रंग लाने लगती है और धीरे-धीरे मासूम हर्षिता फ़िरोज़ के जाल में फसने लगती है.
एक शाम को ट्यूशन से घर वापस नहीं आती है तो उसकी माँ सरिता चिंतित हो उठती है. वो हर्षिता के पिता को फ़ोन करके उनको सूचित करती है की हर्षिता अभी तक घर वापस नहीं लौटी है. ट्यूशन सेंटर पे पता करने के बाद उसके पिता पुलिस को सूचित करते हैं. दूसरी तरफ हर्षिता अपनी मर्ज़ी से पुणे पहुच चुकी है. वहां स्टेशन पर उसे फ़िरोज़ मिलता है और अपने दोस्त के घर लेकर जाता है और 5 दिन तक उसको धोखे में रख कर उसका शोषण करता है.

हर्षिता पुणे क्यों पहुची? क्या उसके पिता उसको वापस लाने में सफल हो सके?
Sheetal Kaur and Siddharth Dhandha
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