Cross Fire
बैर
Village Chandmasa, Punjabबैर
Whole village is living under terror of four robbers. Striking in a home with guns and robbing is their work and they are not traceable by the local police.
During a robbery, constable Mohindar Singh (real name Ramandeep Singh) grabs one of the goons but he escapes. When his senior asks him to identify that robber, he denies saying due to lac of light, he was not able to see him correctly.
Mohindar's uncle is now safe but his condition is critical. During his hospitalization, those robbers again tries to kill him but they could
During police investigation it appears that they used 0.36 bore bullet during this attack and now police starts their investigation taking this as a primary clue.
चिंदमासा गाँव, पंजाब
गाँव में लुटेरों का आतंक है। किसी के घर में रात में घुस कर बन्दूक के दम पर डकैती डालना इनका काम है और वो लम्बे समय से पुलिस की पहुच से दूर हैं।
एक डकैती के दौरान पुलिस कांस्टेबल मोहिन्दर सिंह चार लुटेरों में से एक को पकड़ कर उसका चेहरा देख लेता है मगर वो लुटेरा उसकी पकड़ से छुट जाता है। मोहिन्दर का सीनियर जब ये पूछता है की क्या वो उस आदमी को पहचान सकता है तो वो मन कर देता है की रात के अँधेरे में वो उस लुटेरे को ठीक से देख नहीं पाया।
कुछ दिन बाद वही लुटेरे मोहिन्दर के घर पर हमला बोलते हैं। डकैती के दौरान जब मोहिन्दर के तायाजी बीच में आजाते हैं तो वो लोग उनपर गोली चला देते हैं. एक गोली उनके कंधे पर लगती है और दूसरी उनके दिल के पास. तायाजी को तुरंत अस्पताल में भर्ती किया जाता है। पुलिस को शक है की उनलोगों का टारगेट मोहिन्दर रहा होगा मगर तायाजी के बीच में आजाने से उनलोगों ने तायाजी पर गोली चला दी। मोहिन्दर गुस्से में है और ये प्रण लेता है की वो उनलोगों से बदला ज़रूर लेगा।
मोहिन्दर के तायाजी को बचा लिया जाता है मगर उनकी हालत अभी भी नाज़ुक है। अस्पताल में भर्ती के दौरान उनपर वही लुटेरे एक बार और हमले की कोशिश करते हैं मगर कर नहीं पाते हैं।
पुलिस तफ्तीश शुरू करती है. पता चलता है की हमले में 0.36 बोर की गोलियों का इस्तेमाल हुआ है और इसी को आधार बना कर पुलिस अपनी जांच शुरू करती है।
YouTube: https://www.youtube.com/watch?v=7zza6g-NRJo
SonyLiv: http://www.sonyliv.com/watch/thriller-ep-387-june-27-2014
Below is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2014/07/crime-patrol-police-official-arrested.html
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