Banished
बहिष्कृत
Four kids of a village in Varanasi are living in a graveyard near their parent’s
graves. They have their own home still villages forced then to live there after
the death of their mother and father. Their real uncle is also responsible for
their shifting to the graveyard. Why the innocent kids are living there? What
crime did they make, villagers boycotted them!
Deepti tells this story to her son Ashish who is a generalist. Ashish visits that village and meets those kids. Eldest kid Rehan explains to him how they were boycotted by their uncle and villagers. Ashish publishes this news in a newspaper. Everyone, including state government, shocks to know the story.
बनारस के एक गाँव में चार बच्चे एक कब्रिस्तान में अपने माँ-बाप की कब्र के पास रहने को मजबूर हैं. उनको गाँव वालों से ज़बरदस्ती वहां पर रहने को मजबूर किया है जबकि उनका अपना घर है. उनको वहां भेजने के फैसले में उनके चाचा का भी हाथ है. आखिरकार वो लोग वहां क्यों रह रहे हैं? उन्होंने ऐसा क्या किया है की गाँव वालों ने उनको वहां रहने पर मजबूर कर दिया?
बात मीडिया और सरकार से सामने तब आती है जब उनके बार में एक ब्लाक लेवल की जनगणना से जुडी कार्यकर्ता दीप्ति उस गाँव में वोटर्स का विवरण लेने आती है. उसको पता चलता है की एक परिवार जिसमे माँ-बाप की मौत हो चुकी है, उनके चार बच्चे एक कब्रिस्तान में अपने अम्मी-अब्बू की कब्र के पास रहते हैं. वो जब पता करती है तो पता चलता है की उन लोगों के माँ-बाप की मौत एड्स की वजह से हुई थी. और इसी वजह से उनके बच्चों को भी गाँव वालों ने घर से निकल दिया गया क्यों की सबको डर था की ये खतरनाक बीमारी सारे गाँव में फ़ैल जाएगी और सबसे चौकाने वाली बात ये सामने आती है की इन बच्चों का कोई मेडिकल टेस्ट नहीं करवाया गया है और चूँकि उनके माँ-बाप को एड्स था, इस वजह से गाँव वालों को यकीन है की ये बीमारी माँ-बाप से बच्चों में भी आई ही होगी.
Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2014/09/crime-patrol-five-children-who-were.html
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