श्रापित
Pawri Naka, Bhekhati
Sumit Yadav, a 12-year-old boy, comes from a family of daily
wage earners, Surendra and Anita. He's known for his intelligence. One day,
Sumit disappears suddenly, leaving his father frantic with worry. Surendra
searches everywhere but finds no trace of his son.
He reports Sumit missing to the police, who launch a search with the help of informers. Sadly, Sumit's body is found in a remote area. The postmortem report shocks everyone: Sumit's organs have been removed in a crude manner. It's not the work of organ traffickers, but rather suggests something darker: black magic.
An informant leads the police to a tantrik named Baba Gufraan, who Surendra had visited in the past for help. Surendra explains that he believed in Gufraan's abilities as he had helped his family before. Gufraan had a fondness for children, including Sumit.
However, when the police try to locate Gufraan, they discover that he is elusive. Further investigation reveals that Gufraan's real name is Yaqub Sheikh. He was once a married man with children but left his family four years ago to become a tantrik.
सुमित एक होनहार बच्चा है। उसके माँ बाप का नाम सुनीता और सुरेन्द्र है जो की दिहाड़ी मजदूर हैं। एक दिन अचानक सुमित सुबह स्कूल जाते समय गायब हो जाता है। उसके माँ-बाप उसके स्कूल जाकर पता करते हैं तो पता चलता है की सुमित आज स्कूल आया ही नहीं था। परेशान माँ-बाप पुलिस के पास जाकर उसकी मिसिंग कम्प्लेन लिखाते हैं। अगले दिन पुलिस को सुमित की लाश एक जंगल में मिलती है। लाश निर्वस्त्र है और उसके सारे कपडे गायब हैं। मारने वाले ने सुमित की शरीर से उसके अंग भी निकाल लिए हैं। पुलिस ये सब देख कर हैरत है और उनको शक है की ये एक ऑर्गन-ट्रेडिंग का केस है।
Naveen Tyagi as Gufraan Baba |
पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट बताती है की ये ऑर्गन ट्रेडिंग का नहीं बल्कि कुछ और ही केस है क्यों की जिस तरह से बच्चे के अंग निकाले गए हैं वो किसी ऑर्गन ट्रैफिकिंग गैंग का काम नह्नि लगता। एक तथ्य ये भी है की अगर अंग प्रत्यारोपण होना ही होता तो इतने सारे अंग नह्नि निकाले गए होते।
पुलिस को अब शक है की ये नर बलि और काला जादू का केस हो सकता है। पुलिस का एक खबरी पुलिस को ये बताता है की सुमित के अंतिमसंस्कार के बाद सुरेन्द्र एक तांत्रिक के पास गया था मगर उस तांत्रिक का घर बंद था। पुलिस जब सुरेन्द्र से तांत्रिक बाबा के बारे पूछती है तो बताता है की तांत्रिक बाबा गुफरान ने उसकी कई समस्याएं हल करी है और तो सुमित को भी बहुत प्यार करते थे। सुरेन्द्र ये भी बताता है की पुलिस में सुमित के गुम होने की खबर देने के बाद वो गुफरान बाबा के पास गया था और बाबा ने उसको बहुत डांटा था और बोला था की अगर पुलिस पर भरोसा है तो बाबा की क्या ज़रुरत है।
पुलिस जब गुफरान बाबा को ढूंढना शुरू करती है तो वो नहीं मिलता है। तहकीकात बढ़ाने पर पता चलता है की बाबा का असली नाम याकूब शैख़ है, वो 2 लड़कों का बाप है जो की उसकी बीवी के साथ रहते हैं। चार साल पहले उसने घर छोड़ दिया था और तांत्रिक विद्या सीख के एक गाँव रहने चला गया था था।
YouTube:
Part 1: www.youtube.com/watch?v=71mcm5pEEH8
Part 2: www.youtube.com/watch?v=JV03L-2MkuY
SonyLiv:
Part 1: ...crime-patrol-satark-13th-march-2015-shrapith
Part 2: ...crime-patrol-satark-14th-march-2015-shrapith-part-1
Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2015/03/crime-patrol-9-yr-old-boy-killed-in.html
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