एक हसीना थी, एक दीवाना था
Ek Haseena thi, Ek Deewana tha
करन 18 साल का है और कॉलेज में पढता है. एक सुबह वो कॉलेज जाने के लिए तैयार होता
है और फिर अपनी माँ को अपनी पॉकेट मनी के रूपए देता है. वो काफी परेशान लग रहा है.
उसकी माँ उसको पूछती है की वो ये रूपए उसे क्यों दे रहा है मगर वो देकर घर से निकल
जाता है. उसकी माँ समझ नहीं पाती है की वो इतना परेशान क्यों है. वो घर से निकलता
है और फिर वापस नहीं आता है. बाद में उसकी बहन और माँ उसका फ़ोन भी मिलाती है मगर
उसका फ़ोन लगातार स्विच ऑफ है.
virtual account profile from one similar kind
of case of blackmailing over the internet
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2 दिन बाद पुलिस को एक रेलवे ट्रैक पर करन की लाश मिलती है और ये मामला अब आत्महत्या का नज़र आरहा है. पुलिस अब एक्चुअल दुनिया से निकल कर करन की वर्चुअल दुनिया की तरफ बढती है और उसकी फ्रेंड्सबुक प्रोफाइल छानती है. उसकी प्रोफाइल देखने पर पता चलता है की करन एक अंजली नाम की लड़की से चैट करता था. करन की प्रोफाइल हैक करने पर पता चलता है की उसका अंजली के साथ ऑनलाइन लव अफेयर चल रहा था और चैट हिस्ट्री ये बताती है की वो लोग ऑनलाइन ही काफी आगे तक बढ़ चुके थे. ये चैट ये भी व्यक्त करती है की आखरी में उनकी ये बातचीत अंजली के भाई ने पढ़ ली थी और उसने करन को उसकी बहन से दूर रहने की धमकी दी थी.
पुलिस जब अंजली के इन्टरनेट एड्रेस का आईपी नंबर ट्रेस करती है तो पता चलता है की ये इन्टरनेट कनेक्शन गौरव शिंदे के नाम रजिस्टर है. अब पुलिस वापस गौरव को पकडती है.
SonyLiv: http://www.sonyliv.com/watch-crime-patrol-satark-online
YouTube: http://www.youtube.com/watch?v=MimPTqNBYjs
Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2015/05/crime-patrol-blackmail-on-facebook.html
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