क्राइम पेट्रोल की ये कहानी आधारित है दिल्ली पुलिस के कर्मठ अफसर मोहन चन्द्र शर्मा। शर्मा की मृत्यु 2008 में बटला हाउस, दिल्ली एनकाउंटर के दौरान हुई थी। बटला हाउस एनकाउंटर को ऑपरेशन बटला हाउस कहा जाता है जिसको की 19 सितम्बर 2008 के दिन एक्सीक्यूट किया गया था। इस एनकाउंटर में इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादी आतिफ अमीन, मोहम्मद साजिद को मार गिराया गया था जब की मोहम्मद सैफ और ज़ीशान को अरेस्ट किया गया था। इस इन्कॉउंटर ने दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में तहलका मचा कर रख दिया था क्युकी इनमे से कुछ आतंकवादी इसी यूनिवर्सिटी के छात्र थे।
शर्मा की मृत्यु 19 सितम्बर, 2008 में बाटला हाउस एनकाउंटर के दौरान हुई जिसमे आतंकवादियों से लोहा लेते समय उनके पेट, पैर और हाथ में गोली लगी थी। उनकी मृत्यु का कारण ज़रुरत से ज़्यादा खून का बह जाना था।
इसके अलावा शर्मा की भागीदारी और भी बड़े केसेज़ में रही जैसे की 2001 का भारतीय संसद भवन अटैक, 2000 का लालकिला अटैक और अक्टूबर 2005 के दौरान दिल्ली में हुई बम ब्लास्ट की घटनाएं। 2007 में जैश-ए-मोहम्मद के उग्रवादियों की गिरफ्तारी दिल्ली यूनिवर्सिटी मार्ग पर हुए एनकाउंटर में भी शर्मा की भागीदारी। थी। इसके अलावा मोस्टवांटेड आतंकवादी अबु हमजा का जवाहरलाल यूनिवर्सिटी में किया गया एनकाउंटर टीम में भी शर्मा थे।
2009 में श्री मोहन चन्द्र शर्मा को अशोक चक्र से नवाज़ा गया।
Mohan Chand Sharma (23 September 1965 − 19 September 2008) |
SonyLiv:
www.sonyliv.com/watch/crime-patrol-dial-100-17th-december-2015-bomb-blas
YouTube:
www.youtube.com/watch?v=hwJLBfu9LIs
Here is more about the in encounter case:
Batla House Encounter
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