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Varchasva: Pandit Dashrath gets Life Imprisonment in Hunger of Power and Position (Episode 624 on 21 February, 2016)

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वर्चस्व

Among four borthers, 65 year old Pandit Dashrath Chaubey (real name Brij Bihari and played by Pankaj Berry) is Brahmchaari priest whose ambition is to become head priest of a temple in the village. Village is devided among two powerful people. One wants to appoint Dashrath as head priest while other one wants another priest Gagan from a nearby village. They wants Gagan as priest because he is far relative of existing head priest of the temple.

Time passes and now Dashrath is 87 year old. After Gagan becomes head priest, Dashrath's supporters comes to know that Gagan is a married man who shown himself unmarried to become head priest. Dashrath's supporters files a case in the court against Gagan but court denies the case saying the it is a personal matter of Villagers. A Panchayat election is announced for the judgement which goes in favour of Gagan and Gagan remains head priest. Fire to become head priest of temple is still firing inside Dashrath's heart and then they decides to teach them a lesson.

Story is based on Maharajgunj's priest Brij Bihar who got life imprisonment after a shootout happens in the village in which 4 people were killed. Brij Bihar wanted to become Mahant of Jagannath Temple and for which he decide to vanish Bhagwant Pandey's son Ramanujdas who was mahant at that time.

पंडित दशरथ चौबे चार भाइयों में सबसे छोटे हैं जिनका मन बचपन से ही पूजा-पाठ में लगता रहा है. उन्होंने में बचपन में ही ये फैसला लिया था की वो आजीवन ब्रह्मचारी रहेंगे. वो गाँव के मुख्य पुजारी से आधीन रहकर एक योग्यवान पुजारी बनते हैं जिनका पूरे गाँव में बहुत सम्मान है. दशरथ चौबे की आयु पैंसठ वर्ष के आस-पास होती है जब गाँव के कुछ दबंग लोग ये निर्धारित करते हैं की गाँव के मुख्य मंदिर के पुजारी के बाद दशरथ चौबे को मंदिर का मुख्य पुरोहित बनाया जाए. दशरथ चौबे के बचपन का सपना था पीठ का मुख्य पुरोहित बनना जो की अब साकार होने वाला है मगर गाँव का दूसरा पक्ष इसको सिरे ने नकार देता हैं क्यों की मंदिर के पुरोहित का कोई रिश्तेदार ही मंदिर का अगला पुरोहित बन सकता है. सबलोग गगन जो की मंदिर के पुरोहित का रिश्तेदार है, को मंदिर का मुख्य पुरोहित बनाते हैं जबकि गगन पास के गाँव में रहता है. दशरथ चौबे को ये जानकार अघात पहुचता है.

दशरथ चौबे को एक बार फिर से मुख्य पुरोहित बनने की उम्मीद दिखाई देती है जब ये पता चलता है की गगन शादीशुदा है जबकि पुरोहित के पद पर कोई शादीशुदा आदमी नहीं बैठ सकता है. वो लोग इस मसले को लेकर कोर्ट में जाते हैं मगर कोर्ट केस को अस्वीकार कर देता है ये कह कर की ये मंदिर और गाँव वालों का आपसे मामला है और इसमें कोर्ट दखल नहीं दे सकता है. कोर्ट ये सलाह देती है की गाँव की पंचायत चुनाव कराये मामले का हल स्वयं निकाले. गाँव में चुनाव होते हैं और नतीजा गगन के पक्ष में जाता है.

इस समय पंडित दशरथ चौबे की आयु सत्तासी वर्ष के आसपास थी जब उनके पक्ष के लोगों ने मिल कर ये फैसला लिया की अब ये सम्मान की लड़ाई है जो की आर-पार से लड़ी जाएगी और इन सब के चलते पंडित दशरथ चौबे भी बन्दूक उठा लेते हैं.

Brij Bihari played by Pankaj Berry
SonyLiv: 
www.sonyliv.com...Varchasva-Crime-Patrol-Satark

YouTube: 
www.youtube.com/watch?v=RSoZvrr2XA4


Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2016/02/crime-patrol-indias-oldest-prisoner.html

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