The Destination
Middle-aged Kavita (played by Pyumori Mehta) lives with her husband Ravi and son Ajay. She is the sole breadwinner of the household and is disheartened by her husband's alcoholism and her son's joblessness. One day, Kavita leaves for work but never returns.
At an earlier stage, her husband and son are not able to recognize that she has left the home but later when Ajay received sms from Kavita, they come to know that she will not come back. Ajay receives two sms and both times Kavita tells them that she has become frustrated and will never come back to them.
Ravi and Ajay realize they somewhat Kavita was right. She was very disheartened by their irresponsible behavior and living in a nutshell. Ravi raises a police complaint about Kavita's missing but the police tell them this is not a police case if a middle-aged woman left her home on her own but when Ravi requests, the police start the investigation, and they come to know her mobile phone location before her mobile went switched off. They call her boss (played by Jayesh Barbhay) for questioning who was with Kavita for some hours when she left her office that day .
One week goes and during this Ravi gets a security guard job while Ajay starts working as a courier boy.
कविता अपने पति रवि और बेटे रवि के साथ रहती है। पति रवि एक शराबी व्यक्ति है जब की अजय गैर ज़िम्मेदार है। कविता ने कई बार कोशिश की कि अजय कोई नौकरी करे और इसके लिए उसने अजय का इंटरव्यू भी कराना चाहा मगर अजय कामचोरी की वजह से कोई इंटरव्यू देने ही नहीं गया। कविता बहुत परेशान रहती है की वो पूरे घर की ज़िम्मेदारी संभालती है जबकि उसका पति और बेटा अपनी अपनी दुनिया में मस्त रहते है और किसी काम में उसका हाथ नहीं बटाते। कविता उनलोगों को बोल चुकी है की एक दिन वो इन लोगों से तंग आकर घर छोड़ कर चली जाएगी मगर अजय, रवि उसकी बातों पर कोई गौर नहीं करते हैं।
Know More about Pyumori Mehta |
एक सुबह कविता घर से निकलती है और शाम तक नहीं लौटती है। पति रवि नशे में धुत है और अजय भी उसके न आने को हलके में ले लेता है। कविता अगले दिन भी नहीं लौट के आती है और अजय के मोबाइल पे कविता का एसएमएस आता है की वो उनलोगों से तंग आ चुकी है घर छोड़ के निकल गयी है और अब वो कभी भी वापस नहीं आएगी। अजय जब उसके नंबर पे कॉल करता है तो उसका नंबर बंद सुनाई देता है। अगली सुबह अजय को फिर से मैसेज आता है की वो कभी भी घर लौट के नहीं आएगी।
अब अजय और रवि को ये एहसास होता है की कविता काफी हद तक सही थी। वो उनलोगों से बहुत परेशान थी और ऐसे में उसका हक़ बनता है की वो घर छोड़ के चली जाए मगर ये बात उनको खाए जा रही है की कविता घर छोड़ कर ही गई है या उसके साथ कुछ गलत तो नहीं हुआ है। दोनों बाप-बेटा पुलिस के पास जाते हैं और सारी बात बताते हैं। पुलिस का ये कहना है की एक एक अधेड़ उम्र की औरत खुद घर छोड़ के गयी है तो ये कोई पुलिस केस नहीं बनता है। मगर रवि के ये कहने पर की वो कविता के ऑफिस का नाम तक नहीं जानती है, पुलिस ये तय करती है की उनको कविता के बारे में पता करना चाहिए।
पुलिस अपनी तफ्तीश की शुरुवात कविता के ऑफिस के जानने वालों से करती है और उसके बॉस को बुलाती है। पूछताछ के बाद बॉस को वापस जाने को बोलती है मगर दोबारा फिर कविता के बॉस को बुलाया जाता है जब पुलिस को कविता के फ़ोन रिकार्ड्स और फ़ोन लोकेशन में कुछ अटपटा दिखता है।
एक हफ्ता बीत जाता है और इस बीच रवि एक जगह पे सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी और अजय एक कूरियर कंपनी में नौकरी कर लेता है।
SonyLiv:
Part 1: www.sonyliv.com/Manzil-Crime-Patrol-Satark
Part 2: www.sonyliv.com/Manzil-2-Crime-Patrol-Satark
YouTube:
Part 1: www.youtube.com/watch?v=mQXqsP1QNj4
Part 2: www.youtube.com/watch?v=y1LWzmvI6wU
Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2016/03/crime-patrol-man-admits-to-drishyam.html
title loading...
...title loading
0 Comments