Unacquainted
करन और उसकी बहन मुक्ति, रानी और उसकी बहन निशा के माता पिता मज़दूर तबके से आते हैं जो कि रोज़ पास के एक सरकारी स्कूल में जाते हैं। एक सुबह जब वो स्कूल के लिए निकलते हैं तो वापस नहीं लौटते हैं। उनके माता-पिता हर संभव जगह पर बच्चों को ढूँढते हैं मगर वो नहीं मिलते। यहाँ तक कि वो लोग बच्चों के स्कूल जाकर भी पता करते हैं मगर कुछ पता नहीं चलता।
पुलिस में कम्प्लिएंट की जाती है और पुलिस भी हर संभावित कोशिश करती हैं इन बच्चों को ढूँढने की मगर कुछ पता नहीं चल पता। वो लोग स्कूल जाकर ये कन्फर्म करते हैं कि वो लोग उस दिन स्कूल आये थे मगर उसके बाद किसी को कुछ नहीं पता।
पुलिस जगह-जगह छापे मारती है और पता करने कि कोशिश करती है की कौन और कहाँ बच्चों को ले ज़ाया गया होगा। ये फिरौती का केस नहीं हो सकता क्यूकी इन मज़दूर तबके के लोगों के बच्चों को कोई किडनैप कर के फिरौती में क्यों उम्मीद रखेगा।
इसी प्रकार लंबा समय बीत जाता है। इसी प्रकार केस के सीनियर इंस्पेक्टर गोयल का प्रमोशन और ट्रांसफ़र हो जाता है मगर उनके निकालने से ठीक पहले पुलिस को एक लीड मिलती है।
Karan and his sister Mukti, along with Rani and her sister Nisha, come from a laborer community. They attend a nearby government school every day. One morning, they leave for school but do not return home. Their parents search for them everywhere but cannot find them, even after visiting the school and asking around.
A complaint is filed with the police, who make every effort to find the missing children, but to no avail. The police confirm that the children attended school that day but have no information about their whereabouts afterward.
The police conduct searches in various places to locate the children, but it is difficult to believe that someone would kidnap the children of these laborers for ransom.
As time passes, Senior Inspector Goyal gets promoted and transferred, but just before his transfer, the police receive a lead.
Online Episode on SonyLiv:
www.sonyliv.com...bekhabar-crime-patrol-satark
Online Episode on YouTube:
www.youtube.com/watch?v=Q2hQ_bgu7Xk
Thanks to Yash Mehrotra who helped me finding online source of real story.
Here is the inside story of the case:
www.crimestories.co.in/2016/10/crime-patrol-haryana-man-who-killed-4.html
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