सम्मान के लिए हत्या?
Honour Killing?
नैना का पिता एक दिन घर वापस आते समय देखता है की नैना को तीन लड़के घेरे हुए हैं।
वो पहुंच कर तीनो लड़कों से झगड़ा करता है और नैना को अपने साथ घर ले जाता है। उसी
रात वो भागा-भागा गांव के लोगों के पास जाता है और बताता है की नैना कुछ सामान लेने
घर से निकली थी और वापस ही नहीं लौटी। सारे गाँव वाले नैना को ढूंढने में लग जाते
हैं और और आखिरकार उनको नैना की पेड़ से लटकती लाश मिलती है।
Honour Killing?
मामला पुलिस में पहुचता है और बंसी पुलिस में एफआईआर दर्ज कराता है की उसी गाँव के तीन लड़के 'अतुल मिस्त्री, वरुण मिस्त्री और चन्दन मिस्त्री' से ये सब किआ है। पुलिस तीनो लड़कों को कब्जे में लेती है और पूछताछ शुरू करती है।
नैना के पोस्टमॉर्टेम के दौरान उसके कपड़ों से एक लेटर मिलता है जिसमे लिखा है 'मुझे अतुल मिस्त्री, वरुण मिस्त्री और चन्दन मिस्त्री ने मिल कर मार है' पुलिस का शक है की ये लेटर किसी और ने नैना की हत्या करने के बाद उसके कपड़ों में डाला है, मगर वो कौन हो सकता है।